मंगलवार, 18 अक्टूबर 2022

नवग्रह के रत्न

 रत्नों की जानकारी 

 यहां सिर्फ रत्नों के नाम बताएं गए है। 
1. सूर्य ग्रह का रत्न मानिक्य व उपरत्न स्टार माणक, रतवा हकीक, तामडा, लाल तुरमली

2. चन्द्र ग्रह का रत्न मोती व उपरत्न दूधिया हकीक, सफेद मूंगा, चन्द्रकांत मणि, सफेद पुखराज

3. मंगल ग्रह का रत्न मूंगा व उपरत्न लाल हकीक, लाल ओनेक्स, तामड़ा, लाल गोमेद

4. बुध ग्रह का रत्न पन्ना व उपरत्न हरा हकीक, ओनेक्स, मरगज, फिरोजा, जबरजद

5. गुरू ग्रह का रत्न पुखराज व उपरत्न पीला हकीक, सुनहला, पीला गोमेद, बैरूज, लहसुनिया

6. शुक्र ग्रह का रत्न हीरा व उपरत्न सफेद हकीक, ओपल

स्फटिक, सफेद पुखराज, जरकन, सफेद मूंगा

7. शनि ग्रह का रत्न नीलम व उपरत्न कटैला, काला स्टार, लाजवर्त गोमेद काला हकीक

8. राहू ग्रह का रत्न गोमेंद व उपरत्न हरीद, डूर

9. केतू ग्रह का रत्न लहसुनिया व उपरत्न गौदन्ता


आगे हम रत्नों का फायदा पढ़ेंगे। कौन सा रत्न धारण करने से कौन सी बीमारी ठीक होती है....….…......

गुरु बुध की युति ( शाही धन )

लाल किताब के अनुसार 


 तख्त मिले से साल, आला दौलत धन शाही हो विष्णु (सूर्य), ब्रह्मा (बृहस्पति), पालन सृष्टि भाग्य उदय त्रिलोकी हो बाप बेटे का दोनों दुनिया लेख नसीबा  मिलता हो जुदा-जुदा ख्वाह लाखों मंदा मिलते सुखी दो होता हो दोनों देखें जब चंद्र माता खुशक कुओं में ज़र भरता हो नजर दृष्टि शनि जो करता सोया जला फल दो का हो साथ-साथी ख्वाह माता (चंद्र) अंधी पिस्तान (बुध) भरे दुध होती हो बुध मगर जब हो कभी साथी रवि गुरु दो कैदी हो


1. टेवे वाले की 38 साल की आयु में।

बृहस्पत्ति के साथ सूर्य के वक्त किस्मत का संबंध गैरों के साथ से नेक मगर अलौकिक होगा। सांसारिक कार्यों में कामयाबी जरूर होगी मगर अपनी कोशिश से आपसी मिलावट में अगर सूर्य का असर 3 हो तो बृहस्पति का असर सिर्फ 2. ही होगा जिसमें पहले बृहस्पति का, फिर सूर्य का प्रभाव शुरू होगा। दोनों मिलकर चंद्र बन जाते है मगर भाग्य का असर शेर की रफ्तार, शेर की शक्ति और दमकते सोने की सह होगी। बृहस्पति अकेला होने के वक्त अगर उससे अर्थ बाबा या दादा या जगतगुरु हो सूर्य के साथ होने पर तो बृहस्पति से अर्थ टेवे वाले का बाप और सूर्य से उसका लड़का दिन बाएगा या ऐसे कहें कि टेवे वाले की किस्मत में उसके बाप और बेटे की किस्मत का असर शामिल होगा। उसकी किस्मत उसके बाप और अपने बेटे को मदद देगी। बुदबुदा व दोनों ग्रह बेशक मंदे असर के हों मगर एक साथ होने से दोनों का भला असर और नीचे लिखे सालों तक बाप, बेटे दोनों ही के लिए उत्तम और हर दो ग्रह का मिला हुआ असर उत्तम होगा।

नवग्रह के रत्न

 रत्नों की जानकारी   यहां सिर्फ रत्नों के नाम बताएं गए है।  1. सूर्य ग्रह का रत्न मानिक्य व उपरत्न स्टार माणक, रतवा हकीक, तामडा,...