गुरुवार, 5 मई 2022

5 मई का राशि फल



 आज का राशि फल

*मेष राशि का आज का राशिफल (5 मई, 2022)*
अपनी शारीरिक चुस्ती-फुर्ती को बनाए रखने के लिए आप आज का दिन खेलने में व्यतीत कर सकते हैं। ज़रूरत से ज़्यादा ख़र्च करने और चालाकी-भरी आर्थिक योजनाओं से बचें। आपका मज़ाकिया स्वभाव सामाजिक मेल-जोल की जगहों पर आपकी लोकप्रियता में इज़ाफ़ा करेगा। अचानक मिला कोई सुखद संदेश नींद में आपको मीठे सपने देगा। लगता है कि आपके विरष्ठ आज देवदूतों जैसा व्यवहार करने वाले हैं। खाली वक्त का सही इस्तेमाल करना आपको सीखना ही होगा नहीं तो जीवन में आप कई लोगों से पीछे रह जाएंगे। आपका जीवनसाथी बिना जाने कुछ ऐसा ख़ास काम कर सकता है, जिसे आप कभी भुला नहीं पाएंगे।
आज के दिन आप बंदर को गुड़ या चने खिलाए

*वृष राशि का आज का राशिफल (5 मई, 2022)*
आज खेल-कूद में हिस्सा लेने की ज़रूरत है, क्योंकि चिर यौवन का रहस्य यही है। आज आपके भाई-बहन आपसे आर्थिक मदद मांग सकते हैं और उनकी मदद करके आप खुद आर्थिक दबाव में आ सकते हैं। हालांकि स्थिति जल्द ही सुधर जाएगी। जीवनसाथी और बच्चों से अतिरिक्त स्नेह और सहयोग मिलेगा। प्यार बहार की तरह है; फूलों, रोशनी और तितलियों से भरा हुआ। आज आपका रोमानी पहलू उभरकर आएगा। जो लोग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें दिमाग़ शांत रखने की ज़रूरत है। परीक्षा की घबराहट को हावी न होने दें। आपका प्रयास सकारात्मक परिणाम ज़रूर देगा। जीवन का आनंद लेने के लिए आपको अपने दोस्तों को भी समय देना चाहिए। अगर आप समाज से कटकर रहेंगे तो आवश्यकता पड़ने पर आपके साथ भी कोई नहीं होगा। जीवनसाथी की वजह से आपको महसूस होगा कि उनके लिए दुनिया में आप ही सबसे महत्वपूर्ण हैं।
आज के दिन आप करेला का त्याग करें।

*मिथुन राशि का आज का राशिफल (5 मई, 2022)*
ख़याली पुलाव पकाने में वक़्त ज़ाया न करें। सार्थक कामों में लगाने के लिए अपनी ऊर्जा बचाकर रखें। आपके भाई-बहनों में से कोई आज आपसे पैसे उधार मांग सकता है, आप उनको पैसे उधार तो दे देंगे लेकिन इससे आपके आर्थिक हालात खराब हो सकते हैं। घर वालों के साथ मिलकर कुछ अलग और रोमांचक किया जाना चाहिए। अपने प्रिय की बातों के प्रति आप ज़रूरत से ज़्यादा संवेदनशील रहेंगे- आपको अपने जज़्बात पर क़ाबू रखने की ज़रूरत है और ऐसा कुछ करने से बचें जो मामले को और भी बिगाड़ दे। यह दूसरे देशों में व्यावसायिक सम्पर्क बनाने का बेहतरीन समय है। छात्रोंं के दिमाग में आज प्यार का बुखार छा सकता है और इस वजह से उनका काफी समय बर्बाद हो सकता है। ज़रूरत के वक़्त आपका जीवनसाथी आपके परिवार की अपेक्षा अपने परिवार को ज़्यादा तरजीह देता हुआ नज़र आ सकता है।
आज आपको किसी का दिल नहीं दुखाना ।

*कर्क राशि का आज का राशिफल (5 मई, 2022)*
कामकाम में आपकी तेज़ी लम्बे समय से चली आ रही समस्या का समाधान कर देगी। आपकी माता पक्ष से आज आपको धन लाभ होने की पूरी संभावना है। हो सकता है कि आपके मामा या नाना आपकी आर्थिक मदद करें। लोगों के साथ ठीक तरह से पेश आएँ, ख़ास तौर पर उनके साथ जो आपसे प्यार करते हैं और आपका ख़याल रखते हैं। सिर्फ़ स्पष्ट समझ के माध्यम से आप अपनी पत्नी/पति को भावनात्मक सहारा दे सकते हैं। रचनात्मक कामों से जुड़े लोगों के लिए बेहतरीन दिन है, क्योंकि उन्हें वह शोहरत और पहचान मिलेगी जिसकी उन्हें लम्बे समय से तलाश थी। आज किसी सहकर्मी के साथ आप शाम का वक्त बिता सकते हैं हालांकि अंत में आपको महसूस होगा कि आपने उनके साथ समय बर्बाद किया है और कुछ नहीं। पारिवारिक विवादों के कारण आज आपका वैवाहिक जीवन प्रभावित रह सकता है।
आज के दिन आप किसी गरीब की सेवा करें ।

*सिंह राशि का आज का राशिफल (5 मई, 2022)*
आज आपकी सेहत पूरी तरह अच्छी रहेगी। तंग आर्थिक हालात के चलते कोई अहम काम बीच में अटक सकता है। अपने बर्ताव में उदार बनें और परिवार के साथ प्यार भरे लम्हे गुज़ारें। आज आप कोई दिल टूटने से बचा सकते हैं। पेशेवर तौर पर अपने अच्छे काम की पहचान आपको मिल सकती है। पैसा, प्यार, परिवार से दूर होकर आज आप आनंद की तलाश में किसी आध्यात्मिक गुरु से मिलने जा सकते हैं। कोई पुराना दोस्त आपके और आपके जीवनसाथी की साझा यादों को तरोताज़ा कर सकता है।
आज के दिन आप काले उड़द की दाल का त्याग करें। 

*कन्या राशि का आज का राशिफल (5 मई, 2022)*
जीत का जश्न आपके दिल को ख़ुशी से भर देगा। इस उत्साह को दोगुना करने के लिए आप अपनी ख़ुशी में दोस्तों को भागीदार बना सकते हैं। जिन लोगों को आप जानते हैं, उनके ज़रिए आपको आमदनी के नए स्रोत मिलेंगे। किसी ऐसे के साथ परस्पर संवाद की कमी जिसका आपको बहुत ख़याल है, आपको तनाव दे सकती है। अपने साथी को भावनात्मक तौर पर ब्लैकमेल करने से बचें। कारोबारी जितना हो अपने कारोबार से जुड़ी बातों को किसी से शेयर न करें। अगर आप ऐसा करते हैं तो आप बड़ी मुश्किल में पड़ सकते हैं। दीर्घावधि में कामकाज के सिलसिले में की गयी यात्रा फ़ायदेमंद साबित होगी। ज़्यादा ख़र्चे की वजह से जीवनसाथी से खट-पट हो सकती है।
आज के दिन आप फास्ट फ़ूड का त्याग करें।

*तुला राशि का आज का राशिफल (5 मई, 2022)*
आशावादी बनें और उजले पक्ष को देखें। आपका विश्वास और उम्मीद आपकी इच्छाओं व आशाओं के लिए नए दरवाज़े खोलेंगी। रुका हुआ धन मिलेगा और आर्थिक हालात में सुधार आएगा। दोस्त शाम के लिए कोई बढ़िया योजना बनाकर आपका दिन ख़ुशनुमा कर देंगे। आज के इस ख़बसूरत दिन प्रेम-संबंध में आपकी सभी शिकायतें ग़ायब हो जाएंगी। ख़ुद को अभिव्यक्त करने के लिए अच्छा समय है- और ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कीजिए, जो रचनात्मक हों। आपके हँसने-हँसाने का अन्दाज़ आपकी सबसे बड़ी पूंजी साबित होगा। विवाह एक दैवीय आशीर्वाद है और आज आप इसका अनुभव कर सकते हैं।
आज के दिन आप अपने बड़ों से आशीर्वाद लेवें ।

*वृश्चिक राशि का आज का राशिफल (5 मई, 2022)*
सेहत को लेकर ज़्यादा देखभाल की ज़रूरत है। अगर आपका धन से जुड़ा कोई मामला कोर्ट-कचहरी में अटका था तो आज उसमें आपको विजय मिल सकती है और आपको धन लाभ हो सकता है। दोस्त और जीवनासाथी आराम तथा ख़ुशी देंगे, नहीं तो बाक़ी दिन उबाऊ और नीरस गुज़रेगा। रोमांटिक मुलाक़ात आपकी ख़ुशी में तड़के का काम करेगी। जो कला और रंगमंच आदि से जुड़े हैं, उन्हें आज अपना कौशल दिखाने के लिए कई नए मौक़े मिलेंगे। आप अपनी छुपी ख़ासियत का इस्तेमाल कर दिन को बेहतरीन बनाएंगे। अगर आप वैवाहिक तौर पर लंबे समय से कुछ नाख़ुश हैं, तो आज के दिन आप हालात बेहतर होते हुए महसूस कर सकते हैं।
आज के दिन आप किसी गरीब को भोजन करवाएं।

*धनु राशि का आज का राशिफल (5 मई, 2022)*
अध्यात्म की सहायता लेने का सही समय है, क्योंकि मानसिक तनाव को मार भगाने के लिए यह सबसे बेहतरीन विकल्प है। ध्यान और योग आपकी मानसिक मज़बूती को बढ़ाने में कारगर रहेंगे। आज आपको किसी अज्ञात स्रोत से पैसा प्राप्त हो सकता है जिससे आपकी कई आर्थिक परेशानियां दूर हो जाएंगी। माता-पिता की तबियत में सुधार होगा और वे अपना प्यार आपके ऊपर बरसाएंगे। आपको अपने प्रिय को ख़ुद के हालात समझाने में दिक़्क़त महसूस होगी। आज आपकी कड़ी मेहनत कार्यक्षेत्र में ज़रूर रंग दिखाएगी। आज आप सब कामों को छोड़कर उन कामों को करना पसंद करेंगे जिन्हें आप बचपन के दिनों में करना पसंद करते थे। आपको या आपके जीवनसाथी को बिस्तर में चोट लग सकती है। इसलिए एक-दूसरे का ख़याल रखें।
आज के दिन आप गुस्से पर कंट्रोल रखें। 

*मकर राशि का आज का राशिफल (5 मई, 2022)*
धैर्य बनाए रखें, क्योंकि आपकी समझदारी और प्रयास आपको सफलता ज़रूर दिलाएंगे। जो लोग शादीशुदा हैं उन्हें आज अपने बच्चों की पढ़ाई पर अच्छा खासा धन खर्च करना पड़ सकता है। आपके आकर्षण और व्यक्तित्व के ज़रिए आपको कुछ नए दोस्त मिलेंगे। बीते दिनों की मीठी यादें आपको व्यस्त रखेंगी। कामकाज से जुड़े मामलों में दोस्त का अहम सहयोग मददगार रहेगा। आज कुछ ऐसा दिन है जब चीजें उस तरह नहीं होंगी, जैसी आप चाहते हैं। आप एक बेहतरीन जीवनसाथी होने की ख़ुशक़िस्मती को शिद्दत से महसूस कर पाएंगे।
आज के दिन आप एक मिठाई का त्याग करें।

*कुम्भ राशि का आज का राशिफल (5 मई, 2022)*
ख़ुद को उत्साही बनाए रखने के लिए अपनी कल्पनाओं में कोई ख़ूबसूरत और शानदार तस्वीर बनाएँ। ज़रूरत से ज़्यादा ख़र्च करने और चालाकी-भरी आर्थिक योजनाओं से बचें। आपको अपना बाक़ी वक़्त बच्चों के संग गुज़ारना चाहिए, चाहे इसके लिए आपको कुछ ख़ास ही क्यों न करना पड़े। प्यार एक ऐसा जज़्बा है जिसे न सिर्फ़ महसूस किया जाना चाहिए, बल्कि अपने प्रिय के साथ बांटना भी चाहिए। आप महसूस करेंगे कि आपकी रचनात्मकता कहीं खो गयी है और फ़ैसले करने में आपको ख़ासी दिक़्क़त का सामना करना पड़ेगा। परिवार की जरुरतों को पूरा करते-करते आप कई बार खुद को वक्त देना भूल जाते हैं। लेकिन आज आप सबसे दूर होकर अपने आप के लिए वक्त निकाल पाएंगे। आप अपने जीवनसाथी के प्यार की मदद से ज़िन्दगी की मुश्किलों का आसानी से सामना कर सकते हैं।
आज के दिन आप पानी ज्यादा न बहाएं ।

*मीन राशि का आज का राशिफल (5 मई, 2022)*
कुछ रचनात्मक करने के लिए अपने दफ़्तर से जल्दी निकलने की कोशिश करें। जो लोग शादीशुदा हैं उन्हें आज अपने बच्चों की पढ़ाई पर अच्छा खासा धन खर्च करना पड़ सकता है। घर पर कोशिश करें कि कोई आपकी वजह से आहत न हो और परिवार की ज़रूरतों के मुताबिक़ ख़ुद को ढालें। प्यार एक ऐसा जज़्बा है जिसे न सिर्फ़ महसूस किया जाना चाहिए, बल्कि अपने प्रिय के साथ बांटना भी चाहिए। कार्यालय में सबकुछ आपके पक्ष में जाता नज़र आ रहा है। चीज़ों और लोगों को तेज़ी-से परखने की क्षमता आपको दूसरों से आगे बनाए रखेगी। क्या आपको लगता है कि शादी महज़ समझौतों का नाम है? अगर हाँ, तो आप आज हक़ीक़त महसूस करेंगे और जानेंगे कि यह आपके जीवन की सबसे अच्छी घटना थी।
आज के दिन आप पेड़ के पत्ते न तोड़े।

मंगलवार, 3 मई 2022

अक्षय तृतीया का महत्व भगवान आदिनाथ का जीवन परिचय




 भगवान ऋषभ देव का अक्षय तृतीया को पारणा

भगवान ऋषभदेव

तीर्थङ्कर पद प्राप्ति के साधन

भगवान ऋषभदेव मानव समाज के आदि व्यवस्थापक और प्रथम धर्म नायक रहे हैं। जब तीसरे आरे के 84 लाख पूर्व, तीन वर्ष और साढ़े आठ मास अवशेष रहे और अन्तिम कुलकर महाराज नाभि जब कुलों को व्यवस्था करने में अपने आपको असमर्थ एवं मानव कुलों की बढ़ती हुई विषमता को देखकर चिन्तित रहने लगे, तब पुण्यशाली जीवों के पुण्य प्रभाव और समय के स्वभाव से महाराज नाभि की पत्नी मरुदेवी की कुक्षि से भगवान ऋषभदेव का जन्म हुआ। आस्तिक दर्शनों का मन्तव्य है। सत् है, वह अनन्त काल पहले था और भविष्य में भी रहेगा। वह पूर्व जन्म में जैसी करणी करता है, वैसे आत्मा त्रिकाल ही फल भोग प्राप्त करता है। प्रकृति का सहज नियम है कि वर्तमान को सुख समृद्धि और विकसित दशा किसी पूर्व कर्म के फलस्वरूप ही मिलती है। पौधों को फला-फूला देखकर हम उनको बुआई और सिंचाई का भी अनुमान करते हैं। उसी प्रकार भगवान ऋषभदेव के महा-महिमामय पद के पीछे भी उनकी विशिष्ट साधनाएँ रही हुई हैं।

जब साधारण पुण्य फल की उपलब्धि के लिए भी साधना और करणी की आवश्यकता होती है, तब त्रिलोक पूज्य तीर्थङ्कर पद जैसी विशिष्ट पुण्य प्रकृति सहज ही किसी को कैसे प्राप्त हो सकती है? उसके लिए बड़ी तपस्या, भक्ति और साधना की जाय, तब कहाँ उसकी उपलब्धि हो सकती है। जैनागम ज्ञाताधर्म कथा में तीर्थङ्कर गोत्र के उपार्जन के लिए वैसे बीस स्थानों का आराधन आवश्यक कारणभूत माना गया है
भगवान आदिनाथ जो वीतराग थे। लाभालाभ में समचित्त होकर अग्लान भाव से ग्राम, नगर आई में विचरते रहे। भावुक पतजन आदिनाथ प्रभु को अपने यहाँ आये देखकर प्रसन्न होते। कोई अपनी सुन्दर कन्या कोई उत्तम बहुमूल्य वस्त्राभूषण, कोई हस्ती, अश्व, रथ, वाहन, छत्र, सिंहासनादि और कोई फलफूल आदि प्रस्तुत कर उन्हें ग्रहण करने को प्रार्थना करता, किन्तु विधि पूर्वक भिक्षा देने का किसी को नहीं आता। भगवान ऋषभदेव इन सारे उपहारों को अकल्पनीय मानकर बिना ग्रहण किये हो उल्टे पैरों खाली हाथ लौटे जाते।

भगवान का प्रथम पारणा

इस प्रकार भिक्षा के लिए विचरण करते हुए ऋषभदेव को लगभग एक वर्ष से अधिक समय हो गया. फिर भी उनके मन में कोई ग्लानि पैदा नहीं हुई। एक दिन भ्रमण करते हुए प्रभु कुरु जनपद में हस्तिनापुर पधारे। वहाँ बाहुबली के पौत्र एवं राजा सोमप्रभ के पुत्र श्रेयांस युवराज थे। उन्होंने रात्रि में स्वप्न देख "सुमेरु पर्वत श्यामवर्ण का (कान्तिहीन) हो गया है, उसको मैंने अमृत से सिंचित कर पुनः चमकाया है। दूसरी ओर सुबुद्धि त्रेष्ठि को स्वप्न आया कि सूर्य को हजार किरणें जो अपने स्थान से चलित हो रही थॉ, श्रेयांस ने उनको पुनः सूर्य में स्थापित कर दिया, इससे वह अधिक चमकने लगा महाराज सोमप्रभ ने स्वप्न देखा कि शत्रुओं से युद्ध करते हुए किसी बड़े सामन्त को श्रेयांस ने सहायता प्रदान को। और श्रेयांस की सहायता से उसने शत्रु-सैन्य को हटा दिया। प्रातः काल तीनों मिलकर अपने-अपने स्वप्न पर चिंतन करने लगे, और सब एक हो निष्कर्ष पर पहुँचे कि श्रेयांस कुमार को अवश्य ही कोई विशिष्ट लाभ प्राप्त होने वाला है।

उसी दिन पुण्योदय से भगवान ऋषभदेव विचरते हुए हस्तिनापुर पधारे। बहुत काल के पश्चात् भगवान के दर्शन पाकर नगरजन अत्यन्त प्रसन्न हुए। जब श्रेयांस कुमार ने राजमार्ग पर भ्रमण करते हुए भगवान ऋषभदेव को देखा तो उनके दर्शन करते ही श्रेयांस के मन में जिज्ञासा हुई और ऊहापोह करते हुए, चिन्तन करते हुए उन्हें ज्ञानावरण के क्षयोपशयम से जातिस्मरण ज्ञान हो गया। पूर्वभव को स्मृति से उन्होंने जाना कि ये प्रथम तीर्थङ्कर हैं। आरम्भ परिग्रह के सम्पूर्ण त्यागी हैं। इन्हें निर्दोष आहार देना चाहिये। इस प्रकार वे सोच ही रहे थे कि भवन में सेवक पुरुषों द्वारा इक्षु रस के घड़े लाये गये। परम प्रसन्न होकर श्रेयांस कुमार सात-आठ कदम भगवान के सामने गये और प्रदक्षिणा पूर्वक भगवान को वन्दन कर स्वयं इक्षु-रस का घड़ा लेकर आये तथा त्रिकरण शुद्धि से प्रतिलाभ देने की भावना से भगवान के पास आये और बोले-"प्रभो! क्या खप है?" भगवान ने अञ्जलिपुट आगे बढ़ाया तो श्रेयस ने प्रभु को अंजलि में सारा रस उंडेल दिया। भगवान अद्रिपाणि थे, अतः रस की एक बूँद भी नीचे नहीं गिर पाई। भगवान ने वैशाख शुक्ला तृतीया को वर्ष तप का पारणा किया। श्रेयाँस को बड़ी प्रसन्नता हुई। उस समय देवों ने पंच-दिव्य की वर्षा की और' अहो दानं, अहो दान' की ध्वनि से आकाश गूंज उठा। श्रेयाँस ने प्रभु को वर्षों तप का पारणा करवा कर महान् पुण्य का संचय किया और अशुभ कर्मों की निर्जरा की। उस युग के वे प्रथम भिक्षा दाता हुए। आदिनाथ ने जगत् को सबसे पहले तप का पाठ पढ़ाया तो श्रेयाँसकुमार ने भिक्षा-दान की विधि से अनजान मानव-समाज को सर्वप्रथम भिक्षा-दान की विधि बतलाई। प्रभु के पारणे का वैशाख शुक्ला तृतीया का वह दिन अक्षय करणी के कारण लोक में आखातीज या अक्षय तृतीया के नाम से प्रसिद्ध हुआ, जो आज भी सर्वजन विश्रुत पर्व माना जाता है।

यहाँ यह प्रश्न उपस्थित होता है कि भगवान ऋषभदेव ने चैत्र कृष्णा अष्टमी के दिन षष्ठ भक्त अर्थात् बेले की तपस्या के साथ प्रव्रज्या ग्रहण की और यदि दूसरे वर्ष की वैशाख शुक्ला तृतीया को श्रेयाँस कुमार के यहाँ प्रथम पारणा किया तो यह उनकी पूरे एक वर्ष की ही तपस्या न होकर चैत्र कृष्णा अष्टमी से वैशाख शुक्ला तृतीया तक तेरह मास और दश दिन की तपस्या हो गई। ऐसी स्थिति में "संवच्छरेण भिक्खा लढा उसहेण लोगनाहेण" समवायसँग सूत्र के इस उल्लेख के अनुसार प्रभु आदिनाथ के प्रथम तप को संवत्सर तप कहा है, उनके साथ संगति किस प्रकार बैठती है ? क्योंकि अक्षय तृतीया के दिन प्रभु का प्रथम पारणक मानने की दशा में भगवान का प्रथम तप 13 मास और 10 दिन का हो जाता है और शास्त्र में प्रभु का प्रथम तप एक संवत्सर का तप माना गया है।

अक्षय तृतीया जो इस वर्ष 03 मई को है उसका महत्व क्यों है जानिए कुछ महत्वपुर्ण जानकारी


-🙏 आज ही के दिन माँ गंगा का अवतरण धरती पर हुआ था ।

🙏-महर्षी परशुराम का जन्म आज ही के दिन हुआ था ।

🙏-माँ अन्नपूर्णा का जन्म भी आज ही के दिन हुआ था 

🙏-द्रोपदी को चीरहरण से कृष्ण ने आज ही के दिन बचाया था ।

🙏- कृष्ण और सुदामा का मिलन आज ही के दिन हुआ था ।

🙏- कुबेर को आज ही के दिन खजाना मिला था ।

🙏-सतयुग और त्रेता युग का प्रारम्भ आज ही के दिन हुआ था ।

🙏-ब्रह्मा जी के पुत्र अक्षय कुमार का अवतरण भी आज ही के दिन हुआ था ।

🙏- प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्री बद्री नारायण जी का कपाट आज ही के दिन खोला जाता है ।

🙏- वृन्दावन के बाँके बिहारी मंदिर में साल में केवल आज ही के दिन श्री विग्रह चरण के दर्शन होते है अन्यथा साल भर वो वस्त्र से ढके रहते है ।

🙏- इसी दिन महाभारत का युद्ध समाप्त हुआ था ।

🙏- अक्षय तृतीया अपने आप में स्वयं सिद्ध मुहूर्त है कोई भी शुभ कार्य का प्रारम्भ किया जा सकता हैं।






नवग्रह के रत्न

 रत्नों की जानकारी   यहां सिर्फ रत्नों के नाम बताएं गए है।  1. सूर्य ग्रह का रत्न मानिक्य व उपरत्न स्टार माणक, रतवा हकीक, तामडा,...